कोरोना के समय बेशक चीन पूरी दुनिया में राहत सामाग्री बेच-बेच कर मुनाफा कमा रहा हो, लेकिन जापान ने उसे बेहद जोरदार झटका दिया है। कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी में चीन की भूमिका और उसके रवैये के बाद जापान सरकार ने चीन में काम कर रही अपनी कंपनियों को वहां से शिफ्ट करने के लिए कहा है। जापान ने अपने देश की सभी कंपनियों से कहा है कि वे तुरंत अपनी फ़ैक्टरियों को चीन से निकालकर जापान और अन्य देशों में शिफ्ट करने पर काम शुरू कर दें। चीन से दूरी बनाने वाली जापानी कंपनियों को अपने यहां लाने के लिए भारतीय राज्यों में होड़ मच गई है। जापान ने उन सभी कंपनियों को आर्थिक पैकेज देने की बात कही है जो या तो जापान में अपना ऑपरेशन शिफ्ट करना चाहती हैं या फिर चीन से बाहर लेकिन जापान को छोड़कर किसी अन्य देश में अपना ऑपरेशन शिफ्ट करना चाहती हैं।
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इसी वजह से भारत के सभी राज्य इन जापानी कंपनियों को अपने राज्यों में निवेश के लिए कई तरह की योजना बना रहे है। चीन से शिफ्ट होने वाली कंपनियों के लिए उत्तर प्रदेश लाने के लिए विशाल टाउनशिप बनाने की तैयारी है। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि जापान के निवेशकों की सुविधा के लिए उनके सारे उद्योग, आवासीय कालोनी, स्कूल आदि की सुविधा एक जगह मुहैया कराने पर विचार चल रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार इस तरह का प्रस्ताव तैयार कर जापानी उद्योगों के सामने रखेगी। इसके लिए 100 से 300 एकड़ तक जमीन अलग-अलग क्षेत्रों में चिन्हित कर ली गई है। जापानी हेल्पडेस्क बनाने के बाद अब जापान की कंपनियों को बताया जाएगा कि औरया के पास 500 एकड़ व कानपुर, उन्नाव में 100 एकड़ की जमीन उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि यूपी सरकार दूसरे देशों की निवेश नीतियों व रियायतों का अध्ययन करेगी। विदेशी निवेशकों को यहां लाने के लिए उन जैसी रियायते देने पर विचार किया जाएगा।
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