नए कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध कर रहे किसानों को अफसरों का भी समर्थन मिलने लगा है. पंजाब के जेल उप महानिरीक्षक लखमिंदर सिंह जाखड़ ने रविवार को कहा कि उन्होंने नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. एडीजीपी पीके सिन्हा ने इस बात की पुष्टि की है. जाखड़ का कहना है कि वह अब किसानों के साथ आंदोलन करेंगे. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार जाखड़ ने कहा कि मैं अपने किसान भाइयों के साथ खड़े होने के मेरे विचार के बारे में सूचित करना चाहता हूं, जो कृषि कानूनों का शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं. डीआईजी जाखड़ ने बताया कि उन्होंने शनिवार को अपना इस्तीफा राज्य सरकार को दिया. हालांकि, सरकार ने इसे अभी मंजूर नहीं किया है. किसान आंदोलन के नाम पर इतना बड़ा कदम उठाने के चलते जाखड़ मीडिया की सुर्खियां बन गए हैं.
Farmers have been protesting peacefully for long, nobody heard their problems. I'm from a disciplined force & as per rules, I can't support a protest if am on duty. I've to decide about my job first then decide further course of action:Punjab DIG (Prisons) Lakhminder Singh Jakhar https://t.co/ZUA3F1vNN0 pic.twitter.com/8Mck0KJvEq
— ANI (@ANI) December 13, 2020
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अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट बताती है कि जाखड़ को घूस के आरोप में कुछ महीनों पहले निलंबित कर दिया था. उनपर जेल अधिकारियों से महीने के हिसाब से रुपए लेने के आरोप हैं. अपने पद से इस्तीफा देने के बाद जाखड़ ने कहा, ‘किसान लंबे समय से शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं, किसी ने उनकी समस्याओं को नहीं सुना. मैं एक अनुशासित बल से हूं और नियमों के अनुसार, मैं ड्यूटी पर होने पर विरोध का समर्थन नहीं कर सकता. मुझे अपनी नौकरी के बारे में पहले तय करना है फिर आगे की कार्रवाई तय करनी है.’ गौरतलब है कि हरियाणा, पंजाब और अन्य स्थानों के हजारों किसान नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. किसानों के आंदोलन को खासी संख्या में लोगों का समर्थन मिल रहा है. दिल्ली की सरहदों पर प्रदर्शन कर रहे किसानों में ज्यादातर लोग पंजाब और हरियाणा के हैं. ऐसे में दोनों राज्यों से इन आंदोलनों को भरपूर समर्थन मिल रहा है. खेल और राजनीतिक जगत के कई बड़े नाम अपने अवॉर्ड वापस कर चुके हैं.
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