पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत पूरे राज्य में रविवार (20 सितंबर, 2020) को भारी बारिश होगी. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के कारण ऐसा होगा. मौसम विभाग ने कहा है कि रविवार से समूचे पश्चिम बंगाल में बारिश की संभावना है. इसी के चलते अलीपुर मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. हालांकि, दक्षिण की तुलना में उत्तर बंगाल में अधिक वर्षा होगी. इसके कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है. मौसम विभाग ने शनिवार को कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के उत्तर में गंगीय पश्चिम बंगाल (west Bengal) में बढ़ने की संभावना है जिससे तटीय क्षेत्रों और इससे लगे जिलों पूर्वी मिदनापुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, कोलकाता और हुगली में भारी बारिश होगी. मौसम विभाग ने पहले कहा था कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव की स्थिति निर्मित हुई है. रविवार के बुलेटिन के अनुसार, बंगाल की उत्तर-पूर्वी खाड़ी में कम दबाव के कारण रविवार से बुधवार तक राज्य भर में भारी बारिश होने की उम्मीद है. उत्तर बंगाल में, दार्जिलिंग, अलीपुरद्वार और कालिम्पोंग के जिला प्रशासन को अलग-अलग सतर्क रहने के लिए कहा गया है. इन तीनों जिलों में रविवार को 8 से 11 सेमी बारिश होने का अनुमान है.
All India Weather Forecast & Warning Video based on 08:30 hours IST of 19-09-2020 pic.twitter.com/xbCxFtrhhT
— India Met. Dept. (@Indiametdept) September 19, 2020
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 20 सितंबर को उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तथा पास के इलाके में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है और इसके प्रभाव में केरल में 19—21 सितंबर के बीच बारिश एवं कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने केरल के इडुक्की, कन्नूर एवं कसारगोड जिलों में शनिवार एवं रविवार को भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया है. इसके बाद विभाग ने ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है और अब अधिकारी एहतियातन लोगों को सुरक्षित इलाके में भेजने की तैयारी कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि अलर्ट को देखते हुए, नौसेना, भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों, पुलिस, दमकल बलों को किसी भी आपात स्थिति के मद्देनजर तैयार रहने के लिए कहा गया है. रात के दौरान बारिश के तेज होने की संभावना है. केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पहाड़ी क्षेत्रों में शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक रात के दौरान आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया है. मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गयी है, क्योंकि 40 से 45 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवा चलने की संभावना है.
An east-west shear zone runs roughly along Latitude 16°N across peninsular India in mid & upper tropospheric levels tilting southwards with height. Strengthening of lower level winds and its convergence along the west coast is also likely during next 3-4 days.
— India Met. Dept. (@Indiametdept) September 19, 2020